पेश ए खिदमत है "अमन का पैग़ाम पे सितारों की तरह चमके की बीसवीं पेशकश" सुजानगंज, जौनपुर, उत्तरप्रदेश के रहने वाले पवन कुमार म...
पेश ए खिदमत है "अमन का पैग़ाम पे सितारों की तरह चमके की बीसवीं पेशकश" सुजानगंज, जौनपुर, उत्तरप्रदेश के रहने वाले पवन कुमार मिश्र ,जो शिक्षाभारती पुरस्कार (2010) द्वारा सम्मानित भी किये जा चुके हैं. प्रकाशित कृतियाँ- 'समाजशास्त्र', नारीवाद पर एक पुस्तक और एक कविता संग्रह प्रकाशनाधीन.
पवन जी कुछ इस तरह से अमन और शांति की दुआ कर रहे हैं:
नया साल आ रहा है. नए साल पर मैंने अपने मौला से चन्द गुजारिश की है. यह गुजारिश मेरे अहले वतन और मिरे प्यारे हमवतनो की खातिर है. मिरे मौला मिरे देश में इस समय ज़मीं की नमी ख़तम होने को है तो मुहब्बत की ऐसी बारिश कर कि सदियों सदियों तक दिलो से गीलापन ख़त्म ना हो. आँखों में पानी बना रहे. या मिरे मालिक मेरी ये तमन्ना पूरा कर दे. मिरे मुल्क में चैन ओ अमन फिर से कायम कर दे. मिरी ये मुराद पूरी कर दे गरीबनवाज़.......
पवन जी कुछ इस तरह से अमन और शांति की दुआ कर रहे हैं:
नया साल आ रहा है. नए साल पर मैंने अपने मौला से चन्द गुजारिश की है. यह गुजारिश मेरे अहले वतन और मिरे प्यारे हमवतनो की खातिर है. मिरे मौला मिरे देश में इस समय ज़मीं की नमी ख़तम होने को है तो मुहब्बत की ऐसी बारिश कर कि सदियों सदियों तक दिलो से गीलापन ख़त्म ना हो. आँखों में पानी बना रहे. या मिरे मालिक मेरी ये तमन्ना पूरा कर दे. मिरे मुल्क में चैन ओ अमन फिर से कायम कर दे. मिरी ये मुराद पूरी कर दे गरीबनवाज़.......
नए साल पर पूरी कर मेरे मन की मुराद मौला
मिरे वतन के सीने पर ना हो कोई फसाद मौला
बच्चों का आँगन ना छूटे, बूढ़े नींद चैन की सोवें
बहने चहके चिडियों सी माओं की गोद आबाद मौला
रोटी कपडा मकान हर इक शख्स को हासिल हो
प्यार की फ़स्ल उगाये ज़मी रहे दिल शाद मौला
अली खेले होली, सिवई खिलाये घनश्याम ईद की
गंगा जमुना का पानी अब और नाहो बरबाद मौला
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…….पवन कुमार मिश्र कानपुर