पेश ए खिदमत है "अमन के पैग़ाम पे सितारों की तरह चमकें की नवीं पेशकश …अंजना जी (गुडिया) " अमन का पैगाम एक ऐसा मंच है जहाँ पर...
पेश ए खिदमत है "अमन के पैग़ाम पे सितारों की तरह चमकें की नवीं पेशकश …अंजना जी (गुडिया)
"अमन का पैगाम एक ऐसा मंच है जहाँ पर लोग अपने फर्क भुला कर एक खूबसूरत मकसद के लिए जुड़ते हैं... अमन के लिए जुड़ते हैं! काश ये कोशिश कामयाब हो और जो नफरत और खुदगर्ज़ी की गुलामी कर रहे हैं, भाईचारे और मोहब्बत की आजाद दुनिया में जीना सीख सकें. अमन के ज़रिये ही हम आने वाली नस्ल के लिए एक ठोस मुस्तकबिल मुहय्या करवा सकते हैं...
वो, जिसने सबकुछ बनाया, सबको साँसे दीं, किसी भी मासूम के क़त्ल से खुश हो ही नहीं सकता... मगर फिर भी हम सब, चाहे इसाई, मुस्लिम, हिन्दू, सिख या फिर यहूदी हों, खुदा के नाम पे कत्लेआम मचाने से बाज़ नहीं आते, यह बेफकूफी नहीं तो और क्या है? सिर्फ इल्म ही काफी नहीं है पर उसकी सही समझ भी ज़रूरी है. उप्परवाले से यही दुआ है की अमन के पैगाम के ज़रिये सही समझ लोगों तक पहुंचे और ये दुनिया सही रास्ते पे चल सके.
किसी तकरार को दरार ना बनने देना
नाराज़ हो जाना, झगड़ लेना,
मेरी गलती पे चाहे जितना डांट देना, पर अगली बार मिलो जो मुझसे, बस एक बार दिल से मुस्कुरा देना रंजिश ने हज़ारों दिलों में कब्रिस्तान बनाये हैं, तुम अपने दिल में दोस्ती को धड़कने देना |
बात होगी हो बात पे बात निकलेगी,
किसी तकरार को दरार ना बनने देना
किसी तकरार को दरार ना बनने देना
नफरत, कड़वाहट, खुदगर्ज़ी नहीं मंज़ूर मुझे,
इन में से किसी की भी ना चलने देना
कुछ तो है जो हमारे खून का रंग मिलता है,
इसमें मज़हब-ओ-सरहदों का रंग ना मिलने देना
इसमें मज़हब-ओ-सरहदों का रंग ना मिलने देना
….अंजना (गुडिया)
नए दिन के साथ नई शुरुआत की जाए
नए दिन के साथ नई शुरुआत की जाए
बंद दरवाज़े खोलने की साजिश की जाए
बंद दरवाज़े खोलने की साजिश की जाए
एक ज़माने से लड़ रहें हैं
कभी खुद से, कभी एक दुसरे से,
मुस्कराहट को बाँट कर, रंजिश में कुछ रिआयत की जाए
उम्मीद की लौ एक दिल से दुसरे तक पहुंचाई जाए,
गले लगा कर अपने दिल की आवाज़ दुसरे तक पहुंचाई जाए,
दूर-दूर बहुत रह लिए, अब रिश्ते जोड़ने की हिमायत की जाए
मिल जाओ की अब बहुत हो चुका,
बस करो की अब बस हुआ,
अब वक़्त है की मिलके इस दुनिया में रिहाइश की जा
…………….अंजना (गुडिया)
Anjana Dayal de Prewitt, MS
Humanitarian Psychologist
Functional Expert - Psychosocial Support
Phones:
Cell - 001-787-432-9960/ Home- 001-787-738-6632
Email: anjdayal@gmail.com
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